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असत्य पर सत्य की विजय: श्रीराम ने रावण का संहार किया, ऐतिहासिक रामलीला में उमड़ा सैलाब

नवीन प्रधान

वाराणसी, शिवपुर: मंगलवार को शिवपुर स्थित पुरानीमिल, भरलाई में आयोजित रामलीला में रावण वध की लीला का भव्य मंचन किया गया। यह रामलीला विगत 125 वर्षों से इस स्थान पर आयोजित की जा रही है और इस वर्ष भी लाखों श्रद्धालुओं ने इसमें भाग लिया।

रामलीला के मंचन में दिखाया गया कि भगवान श्रीराम ने रावण के सिर को बार-बार काटा, लेकिन वह फिर से जीवित हो जाता। इस स्थिति को देखकर प्रभु श्रीराम चिंतित हो गए, तभी विभीषण ने उन्हें बताया कि रावण की नाभि में अमृत है और जब तक अमृत नहीं सूखता, रावण का अंत नहीं हो सकता। इस जानकारी के बाद श्रीराम ने अपने बाण से रावण की नाभि पर प्रहार कर अमृत को सुखाया और अंततः रावण का संहार किया, जिससे असत्य पर सत्य की विजय हो सकी।

रावण वध के इस दृश्य ने उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। जैसे ही रावण का पुतला जलाया गया, पूरा मेला “जय श्रीराम” के जयकारों से गूंज उठा। इस लक्खा मेला के नाम से प्रसिद्ध दशहरे के आयोजन में मंगलवार को सुबह से ही भीड़ जुटने लगी थी, और शाम होते-होते लाखों की संख्या में लोग लीला स्थल पर उमड़ पड़े। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम का दर्शन किया, प्रसाद ग्रहण किया, और मेले में लगे चाट-पकौड़ी व झूलों का आनंद उठाया।

रामलीला समिति और गणमान्य अतिथि

इस अवसर पर रामलीला समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार बागी, उपाध्यक्ष विकास सिंह, मंत्री संतोष कुमार मिश्रा, उपमंत्री दिनेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष आर.एन. सिंह, शिवपुर वार्ड के पार्षद बलराम कन्नौजिया, तरना वार्ड के पार्षद रोहित मिश्रा, पूर्व पार्षद पति रोहित मौर्या, डॉक्टर सुजीत राय, अतुलेश उपाध्याय, त्रिलोकीनाथ सेठ, सुधांशु पांडेय, संजय मिश्रा, फूलचंद मौर्य, नवीन प्रधान, कमलेश केशरी, आनंद तिवारी, राजेश वर्मा, ओमप्रकाश बाजपेयी, कोमल कमल वर्मा और राजेश गुप्ता समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

इस ऐतिहासिक आयोजन ने एक बार फिर से भक्तों को भगवान श्रीराम की विजय यात्रा से जुड़ने का अवसर दिया, और असत्य पर सत्य की विजय का संदेश फैलाया।

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